शासन की लापरवाही पर फूटा ग्रामीणों का गुस्सा : शासकीय भूमि पर कब्जे के विरोध में दशरंगपुर के लोगों ने किया NH-30 पर चक्का जाम

कवर्धा। कबीरधाम जिले के दशरंगपुर गांव में शुक्रवार सुबह ग्रामीणों का सब्र आखिर टूट गया। शासकीय भूमि पर अवैध कब्जे के विरोध में ग्रामीणों ने रायपुर-जबलपुर नेशनल हाईवे-30 पर चक्का जाम कर शासन-प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। अचानक हुए इस विरोध प्रदर्शन से हाईवे पर दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं और यातायात घंटों ठप रहा। राहगीरों और यात्रियों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी।
ग्रामीणों का आरोप — शासकीय ज़मीन पर कब्जा, रास्ता बंद
ग्रामीणों ने बताया कि गांव की शासकीय भूमि पर संजय वैष्णव नामक व्यक्ति ने कब्जा कर लिया है, जिससे आवागमन पूरी तरह बाधित हो गया है। इस भूमि पर पुलिया और सड़क निर्माण का प्रस्ताव स्वीकृत है, लेकिन अतिक्रमण के चलते कार्य आरंभ नहीं हो पा रहा।
ग्रामीणों का कहना है कि कई बार ग्राम पंचायत और जिला प्रशासन को लिखित शिकायत दी गई, परंतु कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। “प्रशासन की चुप्पी और निष्क्रियता ने हमें मजबूर किया कि हम सड़क पर उतरें,” एक ग्रामीण ने कहा।
पुलिस और प्रशासन ने संभाली स्थिति

चक्का जाम की खबर मिलते ही पुलिस और राजस्व अधिकारी मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने ग्रामीणों से बातचीत कर समझाइश दी और आश्वासन दिया कि अतिक्रमण की जांच कर शीघ्र कार्रवाई की जाएगी। लंबी वार्ता के बाद ग्रामीणों ने जाम समाप्त किया और आवागमन धीरे-धीरे सामान्य हुआ।
बड़े आंदोलन की चेतावनी
ग्रामीणों ने प्रशासन को चेताया है कि यदि जल्द ही शासकीय भूमि से अतिक्रमण नहीं हटाया गया, तो वे बड़े पैमाने पर आंदोलन करेंगे और इसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।
जवाबदेही पर उठे सवाल
इस घटना ने एक बार फिर प्रशासन की संवेदनहीनता और निष्क्रियता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि विकास कार्यों में बाधा डालने वाले अतिक्रमणकारियों पर कार्रवाई न होना, शासन की मंशा और जमीनी हकीकत के बीच गहरे अंतर को उजागर करता है।


