जनपद पंचायत बोड़ला अध्यक्ष पद के लिए सद्भावना रवि वर्मा की दावेदारी मजबूत

कवर्धा। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव संपन्न हो चुका है और नव-निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को निर्वाचन प्रमाण पत्र जारी कर दिए गए हैं। अब जिले में जिला पंचायत अध्यक्ष और जनपद पंचायतों के अध्यक्ष पदों को लेकर सरगर्मियां तेज हो गई हैं। इस बीच, जनपद पंचायत बोड़ला के अध्यक्ष पद की दौड़ में सद्भावना रवि वर्मा की दावेदारी मजबूत मानी जा रही है।
राजनीतिक अनुभव और संगठन में सक्रियता
सद्भावना रवि वर्मा जनपद पंचायत बोड़ला के क्षेत्र क्रमांक 11 से निर्वाचित जनप्रतिनिधि हैं और वे लंबे समय से भाजपा संगठन में सक्रिय भूमिका निभा रही हैं। वे पूर्व में बोड़ला मंडल महिला मोर्चा की उपाध्यक्ष रही हैं और वर्तमान में भाजपा जिला कार्यकारिणी की सक्रिय सदस्य के रूप में कार्यरत हैं। उनके संगठन में अनुभव और क्षेत्र में पकड़ को देखते हुए पार्टी नेतृत्व उनके नाम पर गंभीरता से विचार कर सकता है।
समर्थन जुटाने की कवायद शुरू
बोड़ला जनपद पंचायत में अध्यक्ष पद के लिए समीकरण बनने शुरू हो गए हैं। सद्भावना रवि वर्मा अपने पक्ष में समर्थन जुटाने में जुटी हुई हैं। भाजपा के कई स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं का भी समर्थन उन्हें मिल रहा है। पार्टी के भीतर उनकी स्वच्छ छवि, संगठनात्मक अनुभव और जनता के बीच लोकप्रियता उनके पक्ष को मजबूत बना रही है।
पार्टी नेतृत्व की भूमिका अहम
चूंकि जनपद पंचायत अध्यक्ष का चुनाव अप्रत्यक्ष प्रणाली से होता है, इसलिए निर्वाचित जनपद सदस्यों की राय और पार्टी नेतृत्व का निर्णय महत्वपूर्ण होगा। भाजपा जिला संगठन और वरिष्ठ नेताओं की सहमति से ही अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
क्षेत्र में विकास के मुद्दे पर सक्रियता
सद्भावना रवि वर्मा ने चुनाव प्रचार के दौरान क्षेत्र में सड़क, बिजली, पानी, महिला सशक्तिकरण और शिक्षा से जुड़े मुद्दों को प्रमुखता से उठाया था। उन्होंने अपने समर्थकों को भरोसा दिलाया था कि यदि वे जनपद पंचायत में बड़ी भूमिका में आती हैं, तो क्षेत्र के विकास को प्राथमिकता देंगी।
आने वाले दिनों में होगा फैसला
अब जब जनपद पंचायत अध्यक्ष पद के लिए दावेदारी तेज हो गई है, तो यह देखना रोचक होगा कि पार्टी नेतृत्व किसे प्राथमिकता देता है। यदि सद्भावना रवि वर्मा को जनपद पंचायत बोड़ला का नेतृत्व सौंपा जाता है, तो इससे न केवल भाजपा संगठन में महिलाओं की भागीदारी बढ़ेगी, बल्कि क्षेत्र में पार्टी की पकड़ भी मजबूत होगी।