शिक्षा से स्वच्छता तक – कवर्धा में नई सोच, नई दिशा: पालिका और शिक्षा विभाग की संयुक्त पहल

कवर्धा। “सशक्त शिक्षा व्यवस्था और स्वच्छ वातावरण किसी भी समाज की प्रगति की नींव हैं।” यह बात कवर्धा नगर पालिका अध्यक्ष चंद्रप्रकाश चंद्रवंशी ने नगर पालिका सभाकक्ष में आयोजित शैक्षणिक बैठक में कही। बैठक में जिले के शिक्षा अधिकारियों, प्राचार्यों और प्रधान पाठकों ने भाग लिया।
अध्यक्ष चंद्रवंशी ने कहा कि शिक्षा के साथ-साथ स्वच्छता को भी हमारे संस्कारों में शामिल करना आवश्यक है। उन्होंने स्पष्ट किया कि नगर के शासकीय विद्यालयों की गुणवत्ता निजी विद्यालयों से बेहतर बनानी है, और इस दिशा में सभी को मिलकर कार्य करना होगा।
स्कूलों को ‘सरकारी नहीं, असरकारी’ बनाएं
चंद्रवंशी ने कहा कि अब केवल स्कूल के रजिस्टर की जांच नहीं, बल्कि वास्तविक शैक्षणिक गुणवत्ता का मूल्यांकन होना चाहिए। उन्होंने उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा की मंशा का उल्लेख करते हुए कहा कि शिक्षा में लापरवाही किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
शिक्षकों के लिए ड्रेस कोड पर सहमति
बैठक में शिक्षकों के लिए ड्रेस कोड लागू करने का प्रस्ताव रखा गया, जिस पर अधिकांश प्राचार्य और प्रधान पाठकों ने सहमति जताई। साथ ही बच्चों की नैतिक शिक्षा और खेलों के माध्यम से शिक्षण को बढ़ावा देने की बात भी सामने आई।
विद्यालय परिसरों की व्यवस्थाओं पर चर्चा
बैठक में स्कूल परिसरों की स्वच्छता, पेयजल, शौचालय, कक्षा-कक्षों की स्थिति और सामुदायिक सहभागिता जैसे बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा हुई। नगर पालिका ने स्कूलों को हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया। अध्यक्ष ने यह भी कहा कि वे स्वयं स्कूलों में मध्यान्ह भोजन की गुणवत्ता की जांच करेंगे।
बैठक में प्रमुख लोग रहे उपस्थित
इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी योगदास साहू, बीईओ संजय जायसवाल, सीएमओ रोहित साहू, स्कूल जनभागीदारी समिति अध्यक्ष पीयूष टाटिया सहित कई शिक्षा विभाग के अन्य अधिकारी एवं विद्यालय के प्रधान पाठक उपस्थित थे।