हाईलाइट्स

तिरुपति मंदिर लड्डू विवाद: CBI की अगुआई में बनी SIT ने 4 लोगों को गिरफ्तार किया, टेंडर प्रक्रिया से ही शुरू हुई थी गड़बड़ी

तिरुपति। भारत के सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में से एक तिरुपति बालाजी मंदिर (श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर) के पवित्र लड्डू प्रसाद में मिलावट को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। CBI की अगुआई में बनी विशेष जांच टीम (SIT) ने इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया है।

पिछले साल लड्डू में जानवरों की चर्बी होने की खबर सामने आई थी, जिससे श्रद्धालुओं में भारी आक्रोश था। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर SIT का गठन किया गया था, जिसने अपनी जांच के बाद घी सप्लाई से जुड़ी गड़बड़ियों का पर्दाफाश किया है।


गिरफ्तार हुए लोग कौन हैं?

SIT ने तीन प्रमुख डेयरी कंपनियों से जुड़े चार लोगों को गिरफ्तार किया है, जिन पर मंदिर को मिलावटी घी सप्लाई करने का आरोप है।

🔹 भोले बाबा डेयरी: विपिन जैन और पोमिल जैन
🔹 वैष्णवी डेयरी: अपूर्व चावड़ा
🔹 एआर डेयरी: राजू राजशेखरन

सूत्रों के अनुसार, घी आपूर्ति के हर चरण में गड़बड़ियां की गईं। वैष्णवी डेयरी ने एआर डेयरी के नाम पर टेंडर हासिल किया और मंदिर प्रशासन को मिलावटी घी सप्लाई करने के लिए फर्जी रिकॉर्ड बनाए।


SIT जांच में क्या खुलासा हुआ?

SIT ने पाया कि भोले बाबा डेयरी के पास तिरुपति मंदिर की मांग के अनुसार घी उत्पादन की क्षमता नहीं थी, फिर भी वैष्णवी डेयरी ने दावा किया कि वे वही घी सप्लाई कर रहे थे।

👉 CBI ने नवंबर 2024 में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर 5 सदस्यीय SIT का गठन किया था।
👉 टीम में CBI, आंध्र प्रदेश पुलिस और FSSAI के अधिकारी शामिल हैं।
👉 टेंडर प्रक्रिया में हेरफेर कर घी की सप्लाई के लिए फर्जी दस्तावेज बनाए गए।


चंद्रबाबू नायडू ने लगाए थे गंभीर आरोप

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (YSRCP) सरकार पर गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा था कि वाईएस जगन मोहन रेड्डी सरकार के कार्यकाल में लड्डू बनाने के लिए पशु चर्बी का इस्तेमाल किया गया था।

👉 सुप्रीम कोर्ट ने 4 अक्टूबर 2024 को आदेश दिया था कि इस मामले की जांच SIT करेगी और CBI इसकी निगरानी करेगी।


श्रद्धालुओं का बढ़ता आक्रोश

तिरुपति मंदिर के लड्डू में मिलावट की खबर के बाद देशभर में श्रद्धालुओं में भारी गुस्सा है। मंदिर प्रशासन पर सवाल उठ रहे हैं, और लोग दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

📌 क्या मंदिर प्रशासन को इस घोटाले की जानकारी थी?
📌 क्या घी सप्लाई करने वाली अन्य कंपनियों की भी भूमिका संदिग्ध है?
📌 क्या दोषियों को कड़ी सजा मिलेगी?

👉 इन सभी सवालों के जवाब आने वाले दिनों में SIT की आगे की जांच से सामने आएंगे। ताजा अपडेट के लिए जुड़े रहें!

Related Articles

Leave a Reply

Back to top button

Discover more from THE PUBLIC NEWS

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading