कुकदूर CHC के प्रभारी डॉक्टर दंपति पर लापरवाही और अवैध वसूली के आरोप, 7 दिन में कार्रवाई नहीं तो उग्र आंदोलन की चेतावनी

कवर्धा। कबीरधाम जिले में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) कुकदूर के प्रभारी डॉक्टर दंपति पर लापरवाही और अवैध वसूली के गंभीर आरोप लगे हैं। सर्व आदिवासी समाज युवा प्रभाग ने मंगलवार को कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर डॉ. प्रसंगीना साधु और डॉ. स्वप्निल साधु को तत्काल हटाने और जांच की मांग की।

संगठन का आरोप है कि 28 जुलाई को राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र विश्राम बैगा की मौत के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए CHC कुकदूर लाया गया, लेकिन मर्चुरी रूम में खिड़की-दरवाजा न होने का हवाला देकर अस्पताल प्रशासन ने शव रखने से मना कर दिया। पुलिस ने भी समय का बहाना बनाकर शव लौटा दिया, जिससे परिजनों को पूरी रात शव को सड़क किनारे रखने पर मजबूर होना पड़ा। समाज ने इसे मानवता के खिलाफ प्रशासनिक लापरवाही बताया।
संगठन ने डॉक्टर दंपति पर लगाए गंभीर आरोप—
- वर्षों से एक ही स्थान पर पदस्थ रहना और पद का दुरुपयोग
- मरीजों से अवैध वसूली और आपदा में मृतकों के परिजनों से पैसों की मांग
- डेंटल असिस्टेंट से एनेस्थीसिया इंजेक्शन लगवाना
- सप्ताहांत में अक्सर अस्पताल से गायब रहना
कामू बैगा ने चेतावनी दी है कि 7 दिन के भीतर कार्रवाई नहीं हुई तो समाज उग्र आंदोलन करेगा और कलेक्टर कार्यालय का घेराव करेगा।
सर्व आदिवासी समाज ने 30 जुलाई को ग्राम खारा (रेंगाखार कला क्षेत्र) का दौरा भी किया। निरीक्षण में आदिवासी बालक छात्रावास में अव्यवस्था और शासकीय माध्यमिक विद्यालय की जर्जर हालत सामने आई। समाज ने पुराने भवन को तोड़कर नया निर्माण कराने की मांग रखी।
ज्ञापन देने पहुंचे प्रतिनिधियों में नरेंद्र धुर्वे, आत्मा धुर्वे, गणेश धुर्वे, प्रहलाद धुर्वे, मनीष यादव, हेमलाल मरकाम, सलीम पारधी और हरीश धुर्वे सहित समाज के कई युवा शामिल थे।