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हत्या, हवस और हैवानियत:  मासूम पर टूटा दरिंदगी का कहर, 24 घंटे में कबीरधाम पुलिस ने कातिल को किया गिरफ्तार

कवर्धा। पांडातराई थाना क्षेत्र में घटित एक नाबालिग बालिका की नृशंस हत्या ने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया। घटना अंधे कत्ल की तरह थी – न कोई गवाह, न स्पष्ट सुराग। लेकिन कबीरधाम पुलिस की तेज़ कार्रवाई, तकनीकी विश्लेषण और सटीक पूछताछ के बल पर महज 24 घंटे में इस जघन्य अपराध का पर्दाफाश कर आरोपी को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया गया।

हत्या की पृष्ठभूमि: वासना और बदले की मानसिकता

हत्या का आरोपी गांव का ही राजीव घृतलहरे (35 वर्ष, पिता-भगवाली) है, जो मृतका के पिता से लंबे समय से भूमि विवाद में उलझा हुआ था। लेकिन पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि आरोपी की नज़र बालिका पर पहले से ही बुरी थी। वह अक्सर बहाने से उसके आसपास मंडराता था और अकेलेपन का फायदा उठाने की ताक में रहता था।

वारदात की क्रूरता: दुष्कर्म का प्रयास, फिर सब्बल से सिर कुचलकर हत्या

घटना वाले दिन आरोपी ने सुनियोजित तरीके से उस समय वार किया जब बालिका घर में अकेली थी। वह चुपके से घर में घुसा और दुष्कर्म की कोशिश की। बालिका के विरोध और भागने की कोशिश पर उसने उसे पकड़कर कोठार तक घसीटा और वहां रखे लोहे के सब्बल से सिर पर वार कर बेरहमी से हत्या कर दी।

पुलिस की कार्रवाई: तकनीकी टीम और साइबर सेल ने खोला राज

घटना की सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक धर्मेन्द्र सिंह स्वयं मौके पर पहुंचे। डॉग स्क्वाड, एफएसएल टीम और साइबर सेल को अलर्ट किया गया। चारों दिशाओं में नाकेबंदी कर संदिग्धों की तलाश शुरू की गई।
साइबर और लोकेशन एनालिसिस के जरिए पुलिस ने आरोपी की गतिविधियों को ट्रेस किया। पूछताछ में आरोपी ने हत्या की बात कबूल की और पुलिस को वारदात की पूरी जानकारी दी।

मामला दर्ज: हत्या और पॉक्सो एक्ट के तहत केस

पुलिस ने आरोपी के खिलाफ अपराध क्रमांक 106/2025 के तहत धारा 103(2), 332(1) BNS और धारा 8 POCSO Act में मामला दर्ज किया है। आरोपी का मेमोरेंडम बयान, तकनीकी साक्ष्य और घटनास्थल से जुटाए गए फॉरेंसिक प्रमाण पुलिस केस को मजबूत बनाते हैं।

जांच टीम की सराहनीय भूमिका

इस केस में थाना पांडातराई प्रभारी कमलाकांत शुक्ला, साइबर सेल प्रभारी मनीष मिश्रा, थाना कुंडा प्रभारी महेश प्रधान, एएसआई रघुवंश पाटिल, आरक्षक गज्जू राजपूत, मनीष सिंह, मार्तंड चंद्रवंशी, महिला आरक्षक अंजलि बर्मा सहित पूरी टीम ने निर्णायक भूमिका निभाई।


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