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कांवड़ हाथ में, संकल्प मन में: अमरकंटक से भोरमदेव तक 151 KM की पदयात्रा पर निकलीं विधायक भावना बोहरा

अमरकंटक। सावन के दूसरे सोमवार को पंडरिया विधायक भावना बोहरा ने मां नर्मदा की पूजा-अर्चना के बाद अमरकंटक से भोरमदेव मंदिर तक 151 किलोमीटर लंबी पदयात्रा की शुरुआत की। कांवड़ यात्रा का शुभारंभ उन्होंने नर्मदेश्वर महादेव के चरणों में जल अर्पित कर किया। भावना बोहरा ने इसे सिर्फ एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि “आस्था, अनुशासन, पर्यावरण प्रेम और संस्कृति का जीवंत संगम” बताया।

इस पदयात्रा में भावना बोहरा के साथ कबीरधाम जिले के 1000 से अधिक श्रद्धालु, पंडरिया विधानसभा क्षेत्र के भाजपा कार्यकर्ता, महिला मोर्चा की सदस्याएं और कई जनप्रतिनिधि भी शामिल हुए। यात्रा की शुरुआत के दिन ही लगभग 300 कांवड़ यात्री भावना बोहरा के साथ पैदल लम्हनी के लिए रवाना हुए। यात्रा 21 जुलाई से शुरू होकर 27 जुलाई को भोरमदेव मंदिर में संपन्न होगी, जहां भोलेनाथ का जलाभिषेक किया जाएगा।


हर हर महादेव के जयघोष से गूंजा अमरकंटक

रविवार को यात्रा से पहले अमरकंटक के मेला मैदान में भव्य भजन संध्या का आयोजन हुआ। यहां भावना बोहरा ने श्रद्धालुओं को भोजन परोसा और भक्तों की सेवा की। कार्यक्रम में कबीरधाम जिले से 3000 से अधिक श्रद्धालु शामिल हुए। पूरा परिसर हर हर महादेव के जयकारों से भक्तिमय हो उठा।

सोमवार सुबह नर्मदा मंदिर में विशेष पूजा के साथ यात्रा का श्रीगणेश हुआ। विधायक ने छत्तीसगढ़ प्रदेश की सुख-शांति और समृद्धि के लिए प्रार्थना की और आशीर्वाद लिया।


“जनता की सेवा और संस्कृति का संवर्धन मेरा संकल्प” — भावना बोहरा

यात्रा के दौरान भावना बोहरा ने कहा—

“यह यात्रा मेरे लिए न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि छत्तीसगढ़ की खुशहाली के लिए एक संकल्प भी है। कांवड़ यात्रा सनातन संस्कृति से जुड़ी वह कड़ी है, जिसे आने वाली पीढ़ियों तक पहुंचाना हम सबका कर्तव्य है।”

उन्होंने आगे कहा—

“जनप्रतिनिधि के रूप में क्षेत्र का समग्र विकास और जनता की सेवा मेरा धर्म है। भोलेनाथ की कृपा और जनता के सहयोग से हम अपने सभी संकल्पों को पूरा करेंगे।”


27 जुलाई को पहुंचेगी भोरमदेव मंदिर, होगा महाजलाभिषेक

इस सात दिवसीय यात्रा में श्रद्धालु जंगलों और घाटियों के बीच धार्मिक गीतों और नादों के साथ लगातार आगे बढ़ेंगे। यात्रा का समापन भोरमदेव मंदिर और डोंगरिया महादेव में जलाभिषेक के साथ होगा।

भक्ति, सेवा और संस्कृति से ओतप्रोत इस पदयात्रा को लेकर जिलेभर में उत्साह का माहौल है।


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