नारायणपुर में 29 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण, माओवादियों के बीच आंतरिक मतभेद और विकास कार्यों का असर

नारायणपुर। छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में 29 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया, जो माओवादियों की खोखली विचारधारा और संगठन में बढ़ते आंतरिक मतभेदों से निराश थे। इन नक्सलियों ने पुलिस और सुरक्षा बलों के समक्ष सरेंडर किया और मुख्यधारा में लौटने का निर्णय लिया। सरेंडर करने वाले नक्सलियों में 22 पुरुष और 7 महिला नक्सली शामिल हैं, जो अब सामान्य जीवन जीने की इच्छा रखते हैं।
नारायणपुर एसपी प्रभात कुमार ने जानकारी दी कि यह सभी नक्सली पिछले 5-10 वर्षों से माओवादी संगठन का हिस्सा रहे थे, जिनमें से कुछ जनताना सरकार, मिलिशिया, चेतना नाट्य मंडली और अन्य निचले कैडर के सदस्य थे। इन नक्सलियों का कहना था कि वे अब माओवादी विचारधारा से अलग हो गए हैं और अबूझमाड़ के विकास कार्यों से प्रभावित होकर उन्होंने आत्मसमर्पण करने का निर्णय लिया।
सरकार द्वारा पुनर्वास नीति के तहत इन नक्सलियों को सहायता दी जाएगी, जिसमें उन्हें रोजगार, आवास और अन्य सामाजिक लाभ प्रदान किए जाएंगे। इसके साथ ही, इन नक्सलियों ने अपनी कुछ मांगें भी रखी हैं, जिनमें इलाके में सड़क, अस्पताल, स्कूल और सरकारी दस्तावेजों की उपलब्धता शामिल हैं।
नारायणपुर में यह आत्मसमर्पण पुलिस और सुरक्षाबलों की बड़ी सफलता मानी जा रही है। यह घटना माओवादियों के खिलाफ सामाजिक परिवर्तन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो अबूझमाड़ जैसे क्षेत्रों में स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही है। अब इन नक्सलियों का लक्ष्य विकास के लाभों का हिस्सा बनना और शांतिपूर्ण जीवन जीना है।