ऑपरेशन सिंदूर और ऑपरेशन महादेव भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा और सैन्य शक्ति का प्रतीक: विधायक भावना बोहरा

कवर्धा। लोकसभा के मानसून सत्र में चर्चा का केंद्र रहे ऑपरेशन सिंदूर और ऑपरेशन महादेव को लेकर पंडरिया विधायक भावना बोहरा ने कहा कि ये दोनों अभियान भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा, आतंकवाद के खिलाफ दृढ़ता और सैन्य शक्ति का प्रतीक हैं।
उन्होंने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने पहलगाम आतंकी हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की शहादत का बदला लिया। 28 जुलाई को हुए ऑपरेशन महादेव में भारतीय सेना, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने संयुक्त अभियान चलाकर सुलैमान उर्फ फैसल जट, अफगान और जिबरान नामक तीनों आतंकियों को मार गिराया। ये आतंकी बैसरन घाटी और पहलगाम हमले में शामिल थे।
भावना बोहरा ने कहा—
“मैं हमारे सेना, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस के जवानों को साधुवाद देती हूं, जिन्होंने देश के शत्रुओं को उनके अंजाम तक पहुंचाया। यह सिर्फ सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि उन परिवारों को न्याय दिलाने का प्रयास है, जिन्होंने अपनों को खोया है।”
विधायक बोहरा ने विपक्ष पर राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जब-जब भारत ने आतंकियों पर करारा प्रहार किया, विपक्ष ने सेना के शौर्य का सबूत मांगा, जो निंदनीय और जवानों के मनोबल को ठेस पहुँचाने वाला है।
“उरी हमले के बाद सर्जिकल स्ट्राइक, पुलवामा हमले के बाद एयर स्ट्राइक और अब ऑपरेशन महादेव—हर बार विपक्ष ने सवाल उठाए। यह देश की सुरक्षा नहीं, बल्कि तुष्टिकरण की राजनीति है।”
विधायक ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने पाकिस्तान और पीओके के आतंकी ठिकानों पर सटीक हवाई हमले किए। इस दौरान स्वदेशी हथियारों और एयर डिफेंस सिस्टम का सफल प्रदर्शन हुआ।
“हजारों मिसाइल और ड्रोन नाकाम कर भारत ने अपनी तकनीकी ताकत दिखा दी। यह हमारी नई रणनीतिक सोच और आत्मनिर्भर रक्षा शक्ति का प्रतीक है।”
लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी स्पष्ट किया कि भारत किसी के दबाव में नहीं, बल्कि अपनी रणनीति के तहत कार्रवाई कर रहा है।
“यदि पाकिस्तान ने फिर कायराना हरकत की, तो भारत गोली का जवाब गोले से देगा।”
विधायक बोहरा ने अंत में कहा कि ऑपरेशन महादेव, जो 22 अप्रैल 2025 से शुरू हुआ था, आतंकियों के लिए काल साबित हुआ।
“यह समय राजनीति का नहीं, बल्कि एकजुटता का है। हमें अपने शहीद जवानों पर गर्व है, जिनके बलिदान ने भारत को सुरक्षित रखा। भारत को आतंकवाद से मुक्त करने का संकल्प माननीय प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में पूरा होगा।”