
मुंगेली। छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार के खिलाफ एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने बड़ी कार्रवाई की है। मुंगेली जिले के रामगढ़ में पदस्थ पटवारी सुशील जायसवाल और उसके सहयोगी गुलाब दास मानिकपुरी को 1 लाख रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया।
5 लाख की मांग, 4 लाख में हुआ सौदा
प्रार्थी वैभव सोनी, निवासी ग्राम रामगढ़, जिला मुंगेली ने ACB बिलासपुर में शिकायत की थी कि उनके पिता के नाम पर 26 एकड़ कृषि भूमि है, जिसके सीमांकन के लिए राजस्व निरीक्षक से पटवारी द्वारा 5 लाख रुपये रिश्वत की मांग की जा रही थी।
प्रार्थी रिश्वत नहीं देना चाहता था, बल्कि आरोपी को रंगे हाथों पकड़वाना चाहता था। सत्यापन के दौरान मोलभाव कर 4 लाख रुपये में सौदा तय हुआ।
1 लाख रुपये की पहली किश्त लेते पकड़े गए आरोपी
30 जनवरी 2025 को ACB टीम ने ट्रैप आयोजित किया। पटवारी सुशील जायसवाल और उसके सहयोगी गुलाब दास मानिकपुरी को प्रार्थी से पहली किश्त 1 लाख रुपये लेते ही रंगे हाथों दबोच लिया गया।
IPC की धारा 7 और 12 के तहत कार्रवाई जारी
दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा 7 और 12 के तहत मामला दर्ज किया गया। वहीं, मामले में राजस्व निरीक्षक नरेश साहू की भूमिका की भी जांच की जा रही है।
ACB का सख्त रुख, भ्रष्टाचारियों पर होगी और कार्रवाई
ACB ने स्पष्ट किया है कि भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी। आम जनता को किसी भी तरह की रिश्वतखोरी से बचाने के लिए निगरानी और शिकायत निवारण प्रणाली को और मजबूत किया जा रहा है।